गीत 130
दिल से माफ करें
(भजन 86:5)
-
1. प्यार से बेटा देके
इंतिज़ाम किया याह ने;
खुले पाप और मौत की बेड़ी
और रिहाई हम पाएँ।
जब करें पछतावा सच्चा,
माँगें माफी हम याह से,
तो फिरौती की बिनाह पे
वो करेगा माफ हमें।
-
2. याह दया करेगा
उसके जैसे जब बनें।
हो शिकायत जब दूसरे से,
ना रखें गिला दिल में।
सहना सीखें दूजों की हम,
तीखी बातें बोलें ना,
इज़्ज़त से सदा पेश आके
सबसे प्यार करें सच्चा।
-
3. देखें प्यार की ताकत,
ये कड़वाहट दूर कर दे;
नफरत के ज़हर को भी ये
बेअसर जल्द ही कर दे।
करें याद रहम जब याह का,
कैसे माफ किया उसने;
हम यहोवा के ही जैसे,
तहे-दिल से माफ करें।
(मत्ती 6:12; इफि. 4:32; कुलु. 3:13 भी देखें।)