दानियेल की किताब
अध्याय
सारांश
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राजा नबूकदनेस्सर ने बेचैन करनेवाला सपना देखा (1-4)
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कोई भी ज्ञानी मतलब नहीं बता पाया (5-13)
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दानियेल ने परमेश्वर से मदद माँगी (14-18)
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रहस्य खोलने पर परमेश्वर की तारीफ (19-23)
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दानियेल ने राजा को सपना बताया (24-35)
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सपने का मतलब (36-45)
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राज का पत्थर मूरत को चूर करेगा (44, 45)
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राजा ने दानियेल का सम्मान किया (46-49)
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